सफल ट्रेडर्स और निवेशक सिर्फ पैदा नहीं होते हैं, हालांकि उन्हें सावधानीपूर्वक योजना, कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ निर्मित किया जा सकता है। इसलिए आज हम Super Trader Book in Hindi Summary को समझने जा रहे है क्योंकि एक ट्रेडर के रूप में ट्रेडिंग साइकोलॉजी को समझना बहुत आवश्यक है।

Van Tharp ने अपनी अनुभूति के आधार पर बताया है कि कोई भी व्यक्ति एक सफल ट्रेडर बन सकता है, बशर्ते वह सही स्ट्रेटेजी एवं मानसिकता के साथ काम करे। उन्होंने अपनी किताब “Super Trader” में यह बताया है कि ट्रेडिंग साइकोलॉजी को समझने से व्यक्ति मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकता है।

Van Tharp Institute के संस्थापक डॉ थारप एक प्रमुख व्यापारिक कोच हैं, जो दुनिया भर के ट्रेडर और निवेशकों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सेवाएं प्रदान करते हैं। उन्होंने सफल ट्रेडिंग के मॉडल को विकसित करने के लिए सबसे अच्छे ट्रेडरों सहित 5000 से अधिक सफल ट्रेडरों का अध्ययन किया है जिससे नए ट्रेडर सीख सकते हैं। तो अभी आपके मन में सबाल आ रहा होगा कि Van Tharp द्वारा खोजा गया सफल ट्रेडिंग फॉर्मूला क्या है।

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चलिए Super Trader Book in Hindi Summary को शुरू करते है –

Super Trader Book in Hindi Summary 

Van Tharp एक सफल ट्रेडर बनने के लिए Super Trader Book मे 5 Step Process पर जोर देते है। ये Process ट्रेडर के मुख्य क्षेत्रों को संबोधित करता है।

एक ट्रेडर ये सुनिश्चित करता है कि वे मूल बातें सीख सकें और उनका पालन कर सकें जैसे सभी व्यवसायों के व्यापार के लिए भी डोमेन ज्ञान और अभ्यास की आवश्यकता होती है। जिस प्रकार कोई भी रातों-रात एक सफल ब्रेन सर्जन नहीं बन सकता है, उसी तरह कोई भी आवश्यक समय और कड़ी मेहनत लगाए बिना एक सफल ट्रेडर नहीं बन सकता है।

Van Tharp के अनुसार, ट्रेडर की सफलता के लिए 100% श्रेय ट्रेडिंग साइकोलॉजी को दिया जा सकता है। अधिकांश ट्रेडर मुख्य रूप से सिस्टम डेवलपमेंट यानि स्ट्रेटजी पर ध्यान देते हैं, जो कि ट्रेडिंग का सबसे आसान हिस्सा है इसके विपरित जो कि ट्रेडिंग का सबसे महत्वपूर्ण पहलु है ट्रेडिंग साइकोलॉजी उस पर कोई ध्यान नही देते है। जिस कारण वह सालो तक Struggle करने के बाद भी एक Profitable Trader नही बन पाते है।

इस लिए अपने ट्रेडिंग सिस्टम पर काम करने से पहले आपको अपने आप पर काम करना होगा। अपने Believes, Psychology और Emotions पर ध्यान देना होगा।
साइकोलॉजी पर जोर देना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मनुष्य भावनात्मक प्राणी हैं, वह मार्केट से अपना पैसा वापस पाने के बारे में, पैसा खोने के बारे में भावुक हो जाते हैं और भावनाएं ही एक ट्रेडर को गलत ट्रेडिंग Decision लेने पर मजबूर करती है।

Super Trader Book

ठीक है तो अब हम जानते हैं कि Van Tharp का कहना है कि एक Successful Trader बनने के लिए ट्रेडिंग साइकोलॉजी सबसे महत्वपूर्ण पहलु है लेकिन हम अपनी ट्रेडिंग साइकोलॉजी को कैसे Improve करे..

चलिए Super Trader Book in Hindi Summery को आगे बढ़ाते है-

#1 खुद पर काम करना । Working on Yourself

साइकोलॉजी को Improve करने के लिए, हमें स्वयं को जानने से शुरुआत करनी चाहिए और अपने लिए Harmless और Harmful believes के बीच अंतर समझना चाहिए।

याद रखें कि आपको ट्रेडिंग में जो भी रिजल्ट मिलते है, उसके लिए आप जिम्मेदार है। इसलिए हमेशा पहले अपने भीतर देखें और साइकोलॉजी के व्यापक स्तर को समझने की कोशिश करे।

अपनी Mental State पर नज़र रखने और अपनी साइकोलॉजी के बारे में व्यापक जागरूकता रखने से आपको अपनी Strategy को सही से Follow करने में मदद मिलेगी। साइकोलॉजी के अन्य पहलु Discipline, Right Attitude, Responsibility for Failures and Success से संबंधित हैं।

सबसे जरुरी बात यह है कि एक अच्छे ट्रेडर को गलत होने के अलावा हर समय सही होने की इच्छा छोड़नी चाहिए। क्योंकि कोई भी मार्केट में हमेशा सही नही होता है। ये समझने एक ट्रेडर के रूप में जीवन बहुत आसान हो जाएगा।

अधिकांश सफल लोगो की तरह एक ट्रेडर को शांत और सकारात्मक मानसिकता की आवश्यकता होती है। और एक बार जब हम सही मानसिकता को पा लेते है तो हमारी ट्रेडिंग journey बहुत खूबसूरत हो जायेगी।

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#2 एक ट्रेडिंग योजना | A Trading Plan

किसी भी व्यापार के सफल होने के पीछे एक बजह उसका Business Plan होता है। ठीक इसी तरह एक ट्रेडर की सफलता के लिए Trading Plan बहुत ही अहम भूमिका निभाता है।

एक Trading Plan आपको दिशा प्रदान करता है और इसमें आपको ट्रेडिंग के सभी पहलुओं को शामिल करना चाहिए। जैसे –

  • आप Drawdown को कैसे  Manage करेंगे?
  • अगर कोई Global Recession आता है तो उसे कैसे मैंनेज करेंगे।
  • अगर कोई Pandemic आता है तो उसे कैसे मैंनेज करेंगे।
  • अगर आपकी नौकरी जाने की संभावना हो तो उसे कैसे मैंनेज करेंगे।

ये ऐसे Scenario है जो मार्केट में कभी भी हो सकते है इसलिए हमें ऐसी स्थिती के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए, तभी आप Stock Market में Survive कर पायेंगे।

आपको अपना ट्रेडिंग प्लान बनाते वक्त कुछ पहलुयों को भी शामिल करना है।

  • Trading Goals & Objectives
  • Your Trading Strategy
  • Position Size Decide करे।
  • Psychological चुनौतियों का समाधान
  • आपका Daily Routine
  • एक Education Plan बनाये, जैसे अगर आप एक Intraday Trader बनना चाहते है तो इसके लिए क्या – क्या सीखने की जरुरत है।
  • Income & Expenses को प्लान करे।

और Dr. Tharp कहते हैं, एक ट्रेडर को Trading Plan बनाते समय इन सभी पर विचार करना चाहिए, आखिरकार आप एक व्यवसाय का निर्माण कर रहे हैं, ये कोई शौक नहीं है। इस लिए Trading Plan बहुत जरुरी है।

बहुत से New Trader,  बिना ट्रेडिंग प्लान बनाए और बिना ट्रेडिंग साइकोलॉजी को समझे, Trading में Jump कर देते है यही कारण है कि ट्रेडिंग में सिर्फ 5%  ट्रेडर ही पैसा बनाते है।

एक बहुत अच्छी कहावत है कि अगर आप तैयारी करने में विफल होते है तो आप असफल होने की तैयारी कर रहे है।

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#3 एक ट्रेडिंग सिस्टम विकसित करना । Developing a Trading System

हर एक ट्रेडर के पास एक ट्रेडिंग सिस्टम होना चाहिए, जो एक सफल ट्रेडर बनने के लिए उनकी Believes और Psychology पर आधारित हो। आपको उस सिस्टम को Build करना चाहिए, जो सिस्टम Excellent Risk Management को Follow कर बनाया जा सके।

जब भी Trading System Build करे, आपको खुद से पूछना चाहिए:

  • क्या आप patient या impatient हैं?
  • क्या आप active या passive रहना पसंद करते हैं?
  • क्या आप प्राइस चार्ट का Read करना पसंद करते हैं या आप अधिक fundamentals को पढना पसंद करते हैं?

जब आप ये Question खुद से पूछते है तो इससे आपको सही ट्रेडिंग शैली चुनने और सही स्ट्रेटजी बनाने में मदद मिलेगी।

Van Tharp कहते है, मैं खुद को patient मानता हूं इसलिए, मैं अधिक passive शैली पसंद करता हूं। मैं शायद ही कभी समाचार सुनता हूं और मैं Technical और Fundamental दोनों पहलुओं की मदद से सही ट्रेड की तलाश करता हूं।

हमें Historical और Current Data प्रदर्शन को मापने में सक्षम होना चाहिए। Historical Data बैक टेस्टिंग के रूप में काम करता है और Current Data आपको Forward Testing में मदद करता है।

Historical Data आपको बतायेगा कि आपके द्व्रारा बनाई गई स्ट्रेटजी कितनी Profitable है और Current Data यह सुनिश्चित करेगा कि आप सिस्टम में निरंतर फीडबैक लूप प्रदान करते हुए सही रास्ते पर रह रहे हैं।

आपने कभी न कभी स्मार्ट शब्द जरुर सुना होगा। यह एक Business Concept है जो अक्सर Goal Planning से संबंधित होती है। आपका जिंदगी जो भी Goal हो वह SMART Framework को Follow करना चाहिए, तभी वह सही मायने में Goal माना जाता है।

आप भी जानते है कि जिंदगी में कुछ भी हासिल करने के लिए पहले हमें Goal Decide करना होता है, ठीक इसी प्रकार ट्रेडिंग में आने से पहले आपका Trading Goal स्पष्ट होना चाहिए।

अव सबाल ये आता है Goal कैसे Decide करे…. उसी के लिए है SMART Framework….
S = Specific
M = Measurable
A = Achievable
R = Realistic
T = Timely

आपका ट्रेडिंग Goal SMART Framework को Follow करके बनाया जाना चाहिए।

अपनी खुद का system तैयार करने का प्रयास करें, जो इस ढांचे के भीतर फिट बैठता है, इस तरह के दृष्टिकोण से Self Confidence, Discipline और Consistency में मदद मिलेगी।

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#4 पोजीशन साइजिंग | Position Sizing

Van Tharp कहते है कि Position Sizing सफल और असफल ट्रेडर्स के बीच का एक महत्वपूर्ण कारक, भले ही आप 80 प्रतिशत समय सही हों।

जब भी आप कोई ट्रेड लेते है तो आप उस ट्रेड में रिस्क ले रहे है लेकिन रिस्क लेने से पहले ये देखले कि उसके बदले में मिलने बाला Reward इस रिस्क के लायक है या नही। इसलिए कोई भी ट्रेड लेने से पहले कम से कम उस ट्रेड में 1:2 Risk Reward Ratio  देख ले उसके वाद ही ट्रेड में Entry ले।

कहते है कि स्टॉक मार्केट में सबसे मुस्किल काम है इसमें Survive करना, और इसमें Survive Position Sizing को Control करके ही कर सकते है। जितना आप रिस्क ले सकते है उतना ही रिस्क ले। तभी आप स्टॉक मार्केट में बने रह पायेंगे।

अगर ट्रेडर्स के पास समान स्तर का ज्ञान है, फिर भी उनके परिणाम भिन्न होंगे, क्योंकि Position Sizing इतना महत्वपूर्ण है। ये एक छोटा सा पहलु एक सफल ट्रेडर और असफल ट्रेडर बीच अंतर स्पष्ट करता है।

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#5 स्व-मूल्यांकन । Self Evaluation

लगातार अपने आप पर नज़र रखें और अपनी भावनाओं और मानसिक स्थिति से पूरी तरह अवगत रहें, सुनिश्चित करें कि आप अपनी योजना पर कायम हैं, नियमों को जानते हैं उनका सही से पालन करते है।

प्रत्येक दिन अपने आपका Self Evaluation करे, जैसे – आज मै कैसा Feel कर रहा हुं, किया ट्रेडिंग के दौरान मुझे डर लग रहा है कि मार्केट ऊपर जायेगा या नीचे जायेगा।, क्या मेरे Emotions मुझे गलत ट्रेडिंग Decision लेने पर मजबूर कर रहे है। आदि।

ये Question करने से आपको अपना Self Evaluation करने में मदद मिलेगी और आप कहां गलती कर रहे है और क्या सुधारने की जरुरत है ये समझने में मदद मिलेगी।
अपने Mind को Calm रखने के लिए Meditation और  Exercise जैसे चीजे करे, ये आपके ट्रेडिंग Career को बदल कर रख देगी।

Super Trader Book Summary in Hindi को आसानी और बेहतर समझ के लिए ये वीडियो पूरा देखे….

निष्कर्ष

सुपर ट्रेडर बुक शुरुआती और इंटरमीडिएट ट्रेडर्स के लिए एक बेहतरीन किताब है। इस बुक्स में Van Tharp ने ट्रेडिंग साइकोलॉजी पर ध्यान केंद्रित किया है क्योंकि ट्रेडिंग साइकोलॉजी ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए अगर आप ट्रेडिंग सीखना चाहते है तो आपको ये किताब अवश्य पढ़नी चाहिए, क्योंकि ये आपको मार्केट में होने वाले भारी नुकसान से बचा सकती है।

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